छींटे और बौछारें, Hindi Satire for Android
डाली से टुटा फुल फिर से नहीं लग सकता.... मगर डाली मजबुत हो तो उस पर नया फुल खिल सकता हैं.... इसी तरह ज़िन्दगी में खोये पल को ला नहीं सकते... मगर हौसलें व विश्वास से आने वाले हर पल को खुब~सुरत बना सकते हैं...!!!
समझ गये
छींटे और बौछारें " का नियमित पाठक रहा हूँ । यह ऐप हिंदी के क्षेत्र में क्रांति ला देगी ।
external और internal स्पेस होते हुए भी app डाउनलोड नहीं कर पा रहा हूँ फोन माइक्रोमैक्स A116 HD
by U####:
रवि जी की शानदार लेखनी अब ऍप के रूप में भी उपलब्ध है। इससे ज़्यादा और क्या चाहिए हिन्दी के पाठकों को! वाक़ई लाजवाब।